Dragon Fruit Farming: एक बार लगाओ, घर बैठे 20 साल तक होगी छप्पड़ फाड़ कमाई! सरकार भी दे रही ₹2.70 लाख

Dragon Fruit Farming: पर्यावरण प्रदूषण के चलते जलवायु परिवर्तन की अनिश्चिता बढ़ गई है. प्रकृति को संरक्षित करने के लिए धरती पर वृक्षों की संख्या कम हो गई है. फलदार पौधे लगाने से दोगुना मुनाफा है. बिहार कृषि विभाग ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देगा. ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए चयन प्रक्रिया ऑनलाइन लॉटरी से होगी.

126.90 लाख रुपये की योजना मंजूर
वित्त वर्ष 2025-26 और 2026-27 के तहत 2 वर्षों के लिए ‘ड्रैगन फ्रूट विकास योजना’ के तहत 126.90 लाख रुपये की योजना मंजूर की गई है. वित्त वर्ष 2025-26 में 76.14 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई है. Dragon Fruit Farming

ड्रैगन फ्रूट विकास योजना क्या है?
ड्रैगन फ्रूट विकास योजना बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष कृषि योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य में ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देना है. यह योजना किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने, फलों की खेती को प्रोत्साहित करने और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के उद्देश्य से बनाई गई है. Dragon Fruit Farming

23 जिलों में लागू होगी ड्रैगन फ्रूट विकास योजना
बिहार सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा दे रही है. फसल लगाने पर उत्पादन को दो बार में 40 फीसदी अनुदान दिया जा रहा है. उद्यान निदेशाल के मुताबिक, इस बार 23 जिलों में चार हेक्टेयर भूमि में ड्रैगन फ्रूट की खेती का लक्ष्य निर्धारित है.

एक किसान कितना उठा सकता है फायदा
एक किसान न्यूनतम 25 डिसमिल यानी 8 कट्ठा और अधिकतम 5 एकड़ भूमि में फसल लगा सकता है. पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर फसल उत्पादन को प्राथमिकता दी जाएगी. Dragon Fruit Farming

ऑनलाइन करना होगा आवेदन
इसके लिए उद्यान विभाग के पोर्टल http://horticulture.bihar.gov.in पर किसान को अपना रजिस्ट्रेशन नंबर, वंशावली, जमीन की रसीद, अकाउंट व फोटो आदि कागजात के साथ ऑनलाइन आवेदन करना होगा.

दो किस्तों में मिलेगा अनुदान
– ड्रैगन फ्रूट की खेती पर अनुदान दो किस्तों में मिलेंगे.
– यूनिट कॉस्ट प्रति हेक्टेयर 6.75 लाख रुपये निर्धारित की गई है.
– पहली किस्त: ₹1.62 लाख प्रति हेक्टेयर
– दूसरी किस्त: ₹1.08 लाख प्रति हेक्टेयर
– एक हेक्टेयर में लगेंगे 5000 पौधे
– कृषि विभाग के मुताबिक, 2 मीटर की दूरी पर ड्रैगन फ्रूट का पौधा लगाया जाएगा. प्रत्येक पौधा के साथ एक खंभा या बल्ली खड़ा कर सहारा देना पड़ता है.
– ड्रैगन फ्रूट लगाने के 16 हीने के बाद फल देने लगता है.
– हर साल फलों की मात्रा बढ़ती जाती है.
– ड्रिप एरीगेशन से सिंचाई कर खरपतवार नियंत्रण करने से पौधा में किसी तरह के रोग लगने की आशंका नहीं रहती है.
– ड्रैगन फ्रट प्रचुर मात्रा में विटामिन और ऑक्सीडेंट गुण से भरपूर रोग अवरोधी फसल है.

एक हेक्टेयर में कितना होगा उत्पादन?
उद्यान निदेशालय के मुताबिक, एक हेक्टेयर में 10 टन से ज्यादा फल निकलता है, जिससे अच्छा कमाई की जा सकती है. Dragon Fruit Farming

योजना की खासियतें-
योजना के तहत किसान को न्यूनतम 0.1 हेक्टेयर से अधिकत 2 हेक्टेयर तक ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए अनुदान दिया जाएगा.
प्रति हेक्टेयर 5000 पौधों की रोपाई के लिए कुल इकाई लागत 6.75 लाख रुपये निर्धारित है.
इस पर 40 फीसदी अनुदान यानी 2.70 रुपये प्रति हेक्टेयर, दो किस्तों में दिया जाएगा. Dragon Fruit Farming
पहली किस्त 1.62 लाख और दूसरी किस्त 1.08 लाख रुपये होगी.
चयन प्रक्रिया ऑनलाइन लॉटरी से होगी.

‘ड्रैगन फ्रूट विकास योजना’ क्या है?
यह बिहार सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है. इसके तहत चयनित किसानों को अनुदान देकर ड्रैगन फ्रूट की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है. Dragon Fruit Farming

इस योजना के लिए कितनी राशि मंजूर की गई है?
दो वित्त वर्षों के लिए ₹126.90 लाख की योजना मंजूर की गई है.

यह योजना बिहार के किन जिलों में लागू होगी?
यह योजना 23 जिलों में लागू की जाएगी.

कितना मिलेग अनुदान?
कुल लागत का 40% अनुदान मिलेगा, जो दो किस्तों में दिया जाएगा.

चयन प्रक्रिया कैसे होगी?
किसानों का चयन ऑनलाइन लॉटरी प्रणाली से किया जाएगा.

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